पीपल के पेड़ में कब होता है पितरों का वास? जानें पितृ पक्ष से जुड़ी मान्यताएं

पौराणिक मान्यता है कि पितरों का वास पीपल के वृक्ष में होता है।

पितृ पक्ष के दौरान पितर धरती पर आकर पीपल के पेड़ में निवास करते हैं।

पितृ पक्ष 2025 की शुरुआत 7 सितंबर से होगी और समापन 21 सितंबर को होगा।

इस दौरान पीपल की पूजा, जल अर्पण और दीपक जलाने की परंपरा है।

मान्यता है कि पूजा करने से पितर प्रसन्न होते हैं और परिवार पर आशीर्वाद बरसता है।

पितृ पक्ष के अलावा त्रयोदशी और वैशाख अमावस्या पर भी पीपल में पितरों का वास माना जाता है।