उत्तरकाशी में बादल फटा: बाढ़ ने मचाई तबाही, गांवों के गांव बह गए | Uttarkashi Cloudburst 2025

उत्तरकाशी की तबाही: जब आसमान से आई आफत ने गांव के गांव बहा दिए

उत्तरकाशी में बादल फटा: बाढ़ ने मचाई तबाही, गांवों के गांव बह गए | Uttarkashi Cloudburst 2025
उत्तरकाशी में बादल फटा: बाढ़ ने मचाई तबाही, गांवों के गांव बह गए | Uttarkashi Cloudburst 2025

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक बार फिर प्रकृति का कहर टूट पड़ा। धराली गांव में मंगलवार को अचानक बादल फट गया, जिसके बाद खीरगंगा में भारी बाढ़ आ गई। ये सब कुछ इतना अचानक हुआ कि लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। कुछ ही मिनटों में पानी और मलबा गांवों में घुस गया और हर तरफ चीख-पुकार मच गई।

धराली बाजार पूरी तरह तबाह हो चुका है। कई होटल, दुकानें और मकान बह गए हैं। लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थान की ओर भागे। डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि इस आपदा में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, और कई लोग मलबे के नीचे दबे होने की आशंका जताई जा रही है।

वायरल हुए तबाही के वीडियो

सोशल मीडिया पर इस तबाही के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। इन वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे तेज बहाव में बड़े-बड़े पेड़, वाहन और निर्माण ढांचे बहते चले जा रहे हैं। सैलाब का रौद्र रूप देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। कुछ वीडियो में लोग मदद के लिए चिल्लाते दिखते हैं तो कुछ में बस मलबे का खामोश तांडव है।

 

 

सेना और रेस्क्यू टीमें जुटीं राहत में

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताया है और राहत-बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। SDRF, NDRF और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर तैनात हैं। सीएम लगातार अधिकारियों से संपर्क में हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं।

हर्षिल में सेना का कैंप भी खतरे की जद में आ गया है। तेलगाड़ नाला उफान पर आ गया और इसके पास बना सेना का बेस कैंप और हेलीपैड तबाह हो गया। गंगोत्री हाईवे बंद हो चुका है, जिससे लोगों की आवाजाही पूरी तरह रुक गई है।

Uttarkashi Cloudburst 2025
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प्रभावित इलाकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी

जिला प्रशासन ने लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:

  • 01374-222126

  • 01374-222722

  • 9456556431

इसके अलावा, उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने भारत सरकार से दो MI और एक चिनूक हेलिकॉप्टर की मदद मांगी है ताकि तेजी से राहत और बचाव कार्य चलाया जा सके।

उत्तरकाशी में तबाही के बाद आज दौरे पर जाएंगे सीएम धामी, राहत और बचाव कार्य होंगे तेज़

उत्तरकाशी में हाल ही में हुई तबाही के बाद आज बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद ज़मीनी हालात का जायज़ा लेने जा रहे हैं। वो सुबह सहस्रधारा से हेलिकॉप्टर के ज़रिए जोशियाड़ा पहुंचेंगे और फिर धराली, हर्षिल और आसपास के गांवों में जाकर बाढ़ और मलबे से हुई तबाही को देखेंगे।

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सीएम धामी ने पहले ही साफ कर दिया है कि इस मुश्किल वक्त में राज्य सरकार हर पीड़ित के साथ खड़ी है। उन्होंने ये भी कहा है कि राहत और बचाव कार्यों में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।


130 से ज्यादा लोगों की बचाई गई जान, 70 अब भी लापता

धराली गांव में बादल फटने से आई भीषण बाढ़ ने कई घर, होटल और दुकानें पूरी तरह तबाह कर दी हैं। सबसे डराने वाली बात ये है कि 70 से ज़्यादा लोग अब भी लापता हैं। वहीं अब तक 130 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है।

बाढ़ की रफ्तार और मलबे की ताकत इतनी थी कि धराली का मुख्य बाज़ार पूरी तरह बर्बाद हो गया। खीरगंगा नदी उफान पर आ गई और अपने साथ मंदिर, होमस्टे और घरों को बहा ले गई। इतना ही नहीं, धराली का प्रसिद्ध कल्प मंदिर भी मलबे में समा गया।


सेना के 11 जवान लापता, 150 जवान रेस्क्यू में जुटे

धराली में सेना का बेस भी बाढ़ से प्रभावित हुआ है। जानकारी के मुताबिक, 14 राजरिफ के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल हर्षवर्धन अपनी 150 जवानों की टीम के साथ लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। लेकिन अफसोस की बात ये है कि उनकी यूनिट के 11 जवान लापता हैं।

हालांकि, बारिश और टूटी हुई सड़कों के बावजूद सेना के जवान हर हाल में लोगों की जान बचाने के लिए लगे हुए हैं।


20 करोड़ की मदद, हेलिकॉप्टर की मांग

राज्य सरकार ने आपदा मोचन निधि से 20 करोड़ रुपये राहत कार्यों के लिए तुरंत जारी किए हैं। साथ ही केंद्र सरकार से 2 MI हेलिकॉप्टर और 1 चिनूक हेलिकॉप्टर की मदद मांगी गई है ताकि फंसे हुए लोगों को जल्दी निकाला जा सके।


स्वास्थ्य सेवाएं अलर्ट पर

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि उत्तरकाशी, टिहरी और देहरादून के अस्पतालों को पूरी तरह अलर्ट पर रखा गया है। एम्स ऋषिकेश और दून मेडिकल कॉलेज में बिस्तर रिजर्व कर दिए गए हैं। डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम धराली के लिए रवाना कर दी गई है।


पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह भी कर रहे हैं मॉनिटरिंग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के सीएम से बात कर हालात की जानकारी ली है और हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है।

निष्कर्ष

उत्तरकाशी में जो हुआ, वो एक प्राकृतिक आपदा थी लेकिन इसकी मार झेलने वाले लोग लंबे समय तक इससे उबर नहीं पाएंगे। गांव के गांव उजड़ गए हैं, लोगों ने अपनों को खोया है और जो बचे हैं, उनके सामने दोबारा जीवन को पटरी पर लाने की बड़ी चुनौती है। प्रशासन राहत कार्य में जुटा है, लेकिन जरूरत इस बात की भी है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।

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