सावन सोमवार व्रत 2025: महत्व और टूटने पर उपाय

हिंदू धर्म में सावन माह भगवान शिव की आराधना के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। 2025 में सावन 11 जुलाई से प्रारंभ होकर 9 अगस्त तक रहेगा। इस दौरान शिवभक्त सोमवार का व्रत रखते हैं, जो मोक्ष, सुख-समृद्धि और दैवीय कृपा प्रदान करता है। लेकिन कभी-कभी अनजाने में व्रत भंग हो जाता है। ऐसे में शास्त्रों में बताए गए ये उपाय न सिर्फ दोष मुक्ति दिलाते हैं, बल्कि पुण्यफल भी बढ़ाते हैं।
1. मानसिक क्षमा याचना और शिव स्तुति
व्रत टूटने पर सर्वप्रथम शिवलिंग या मन में भगवान शिव से क्षमा मांगें। “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें। शिव पुराण के अनुसार, सच्चे मन से की गई प्रार्थना भोलेनाथ को तुरंत प्रसन्न करती है।

2. प्रायश्चित स्वरूप पुनः व्रत संकल्प
यदि व्रत दिन के प्रथम प्रहर में टूटे, तो उसी दिन पुनः संकल्प लें। अन्यथा अगले सोमवार को “प्रायश्चित व्रत” रखकर शिव आराधना करें। इससे व्रत का पुण्य दोगुना होता है।
3. महामृत्युंजय मंत्र का जाप
इस मंत्र को “मोक्षदायक” माना गया है। व्रत भंग होने पर 21, 108 या 125 माला जाप करें:
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्, मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥”

4. दान और सेवा का महत्व
गलती सुधारने हेतु गरीबों को अनाज, वस्त्र या शिव-आराधना सामग्री (बेलपत्र, दूध, धतूरा) दान करें। रुद्राभिषेक करवाना भी शुभ फलदायी माना जाता है।
5. अगले सावन तक नियमित पूजा
शास्त्रों के अनुसार, प्रायश्चित के बाद अगले सावन तक प्रत्येक सोमवार शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। इससे टूटे व्रत का दोष समाप्त होकर जीवन में शांति आती है।
सावन की विशेषता और सावधानियाँ
सावन में नीम के पत्ते खाना, एक समय फलाहार और ब्रह्मचर्य का पालन व्रत की पूर्णता के लिए आवश्यक है। साथ ही, काले वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख धार्मिक ग्रंथों व लोक मान्यताओं पर आधारित है। किसी भी उपाय को अपनाने से पूर्व व्यक्तिगत विश्वास एवं स्वास्थ्य स्थिति का ध्यान रखें।