यूरोप में भीषण हीटवेव: फ्रांस-इटली में रेड अलर्ट, स्पेन-पुर्तगाल में पारा 46°C पार

यूरोप में भीषण हीटवेव: फ्रांस-इटली में रेड अलर्ट, स्पेन-पुर्तगाल में पारा 46°C पार
*(Europe Heatwave: France-Italy on Red Alert, Spain-Portugal Cross 46°C)*

Europe heat wave alert
Europe heat wave alert

दक्षिणी यूरोप और ब्रिटेन इस समय इतिहास की सबसे खतरनाक हीटवेव का सामना कर रहे हैं। स्पेन व पुर्तगाल में रिकॉर्ड-तोड़ तापमान दर्ज होने के बाद फ्रांस और इटली ने “रेड अलर्ट” घोषित कर दिया है, जबकि भूमध्यसागरीय देशों में जंगल की आग ने हाहाकार मचा रखा है।

🔴 कहां है सबसे ज्यादा खतरा? (Affected Regions)

  • फ्रांस: 16 क्षेत्रों (प्रांतों) में रेड अलर्ट। पर्यटन स्थलों पर एम्बुलेंस तैनात।

  • इटली: रोम, मिलान, फ्लोरेंस समेत 18 शहरों में अलर्ट। नेपल्स के पास बाइआ डोमिज़िया में जंगल की आग से हजारों लोग समुद्र की ओर भागे।

  • स्पेन-पुर्तगाल: दक्षिणी इलाकों में तापमान 46.6°C पहुंचा।

  • क्रोएशिया/मोंटेनेग्रो: तटीय क्षेत्रों में हाई अलर्ट।

🌡️ तापमान ने तोड़े सारे रिकॉर्ड (Temperature Records)

  • पुर्तगाल: मोरा शहर में रविवार को 46.6°C (2025 का यूरोप का सर्वोच्च)।

  • स्पेन: दक्षिणी एंडालूसिया में शनिवार को 46°C (जून का रिकॉर्ड)।

  • ब्रिटेन: विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट की “सबसे गर्म शुरुआत” (29.7°C)।

  • भूमध्य सागर: जल सतह का तापमान 26.01°C (जून का रिकॉर्ड)।

🔥 जंगलों में आग, समुद्र ‘उबाल’ पर (Wildfires & Sea Temperatures)

फ्रांस, इटली और तुर्की के जंगलों में भीषण आग ने स्थिति को बदतर बना दिया है। तेज हवाओं के कारण आग तेजी से फैल रही है। इटली में बाइआ डोमिज़िया के समुद्र तट पर पहुंचे पर्यटकों ने आग को पीछे से आते देखा। वैज्ञानिकों का कहना है कि समुद्र के असामान्य रूप से गर्म होने (26°C+) से मौसमी परिस्थितियाँ और खराब हुई हैं।

fire in forest

🏙️ शहर बने ‘हीट आइलैंड्स’ (Urban Heat Crisis)

विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि जलवायु परिवर्तन के कारण यूरोपीय शहर “हीट आइलैंड” बन गए हैं:

  • फ्लोरेंस और बोलोग्ना (इटली) में लगातार 40°C+ तापमान।

  • कंक्रीट इमारतें गर्मी सोखकर रात के तापमान को भी बढ़ा रही हैं।

  • सर्बिया में सूखे की चेतावनी जारी।

fire in forest
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⚠️ सरकारों की अपील और तैयारियां (Government Actions)

  • फ्रांस के पर्यावरण मंत्री: “ऐसी हीटवेव हमने पहले कभी नहीं देखी!”

  • स्कूल बंद, पर्यटन स्थलों पर मेडिकल कैंप तैनात।

  • स्पेन/इटली में बच्चों के लिए ठंडे “समर कैंप” शुरू किए गए।

  • जनता से अपील: “घरों में रहें, बुजुर्गों-बच्चों पर विशेष ध्यान दें।”

❓ क्यों बार-बार आ रही हैं यूरोप में हीटवेव? (Science Behind the Crisis)

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार:

  1. जेट स्ट्रीम का कमजोर होना: गर्म हवाओं को यूरोप में अटका रहा है।

  2. शहरीकरण का प्रभाव: हरियाली कम होने से गर्मी अवशोषण बढ़ा।

  3. जलवायु परिवर्तन: IPCC रिपोर्ट्स के अनुसार, यूरोप में हीटवेव की आवृत्ति 2030 तक 3 गुना बढ़ जाएगी।

Europe heat wave alert
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📍 यात्रियों के लिए अलर्ट (Travel Advisory)

  • फ्रांस/इटली में रेड अलर्ट वाले क्षेत्रों में यात्रा टालें।

  • स्पेन/पुर्तगाल में दोपहर 12-4 बजे बाहर निकलने से बचें।

  • ब्रिटेन में विंबलडन स्टेडियम में ठंडे क्षेत्र बनाए गए हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

यूरोप में यह हीटवेव सिर्फ एक मौसमी घटना नहीं, बल्कि जलवायु संकट का स्पष्ट संकेत है। विश्व मौसम संगठन (WMO) ने चेतावनी दी है कि ऐसी घटनाएँ 2050 तक सामान्य हो जाएंगी अगर कार्बन उत्सर्जन नियंत्रित नहीं हुआ। फ्रांस और इटली में अगले 48 घंटे तक चरम स्थिति बनी रहने का अनुमान है।

 

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