हल्क होगन: एक युग का समापन, जब रिंग का ‘अमर’ सुपरहीरो विदा हुआ
कल रात जब खबर आई कि हल्क होगन इस दुनिया में नहीं रहे, तो शायद हर उस शख्स के दिल पर गहरा आघात लगा होगा जिसने कभी 80 या 90 के दशक में रेसलिंग देखी थी। 24 जुलाई की सुबह, फ्लोरिडा के उनके घर पर कार्डियक अरेस्ट की वजह से उनका निधन हो गया। वह सिर्फ 71 साल के थे। कुछ हफ्ते पहले ही उनकी पत्नी स्काई ने उनकी सेहत को लेकर चल रही अफवाहों का खंडन किया था, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था।

जब इंसान ‘आइकॉन’ बन जाए
-
पहचान: हल्क होगन को देखना किसी दुर्लभ सुपरकार को सड़क पर देखने जैसा था। उनका विशालकाय शरीर, घुंघराले सुनहरे बाल, मूंछें और खास तौर पर वह पीले-लाल रंग का कॉस्ट्यूम… ये सब मिलकर एक ऐसी पहचान बनाते थे जिसे देखते ही बच्चा-बच्चा ‘हल्क होगन’ चिल्ला उठता था। वह एक जीते-जागते कार्टून सुपरहीरो की तरह थे।
-
शैली: उनकी शैली सीधी-सादी, पर अटूट थी। “ब्रदर!” कहना, फैन्स से हाथ मिलाना, अपना प्रसिद्ध नारा “Say your prayers, eat your vitamins!” दोहराना, और फिर दुश्मन पर अपनी मशहूर ‘लेग ड्रॉप’ मारना – यही उनका ‘स्टाइल स्टेटमेंट’ था। बाद में ‘हॉलीवुड होगन’ के काले-सफेद अवतार ने उनकी इमेज को एकदम नया रंग दिया, जैसे कोई क्लासिक कार मॉडर्न एवॉल्यूशन पाती है।
वो खासियतें जिन्होंने बनाया ‘द हल्क’
-
कनेक्टिविटी (फैन्स से जुड़ाव): यही उनकी सबसे बड़ी ताकत थी। वह फैन्स के लिए सचमुच ‘रियल लाइफ सुपरहीरो’ थे। उनकी बातें, उनकी लड़ाई का अंदाज़, उनका दिखावा – सब कुछ ऐसा था जिससे आम लोग तुरंत जुड़ाव महसूस करते थे। उनकी लोकप्रियता ने ही WWF (अब WWE) को कार्निवल शो से मुख्यधारा के मनोरंजन में बदल दिया।
-
मुख्य परफॉरमेंस (ऐतिहासिक मैच): जिस तरह किसी कार का एक आइकॉनिक मॉडल इतिहास रच देता है, वैसे ही होगन का रेसलमेनिया III (1987) में ‘आंद्रे द जायंट’ के खिलाफ लड़ा गया मैच रेसलिंग इतिहास का सबसे यादगार पल बन गया। 93,000 से ज्यादा लोगों के सामने उस विशालकाय को पछाड़ना एक किंवदंती बन गया।
-
इनोवेशन (किरदार में बदलाव): 1996 में WCW में ‘हॉलीवुड होगन’ बनकर आना और ‘nWo’ (न्यू वर्ल्ड ऑर्डर) का हिस्सा बनना, रेसलिंग के सबसे बड़े ‘हील टर्न’ में से एक था। यह वैसा ही था जैसे कोई प्यारी सी फैमिली कार अचानक एक आक्रामक स्पोर्ट्स मॉडल में बदल जाए। इसने उनके करियर को नया जीवन दिया।
वैल्यू और लीगेसी: एक अमिट छाप
-
उपलब्धियां: हल्क होगन कई बार WWF चैंपियन बने। शुरुआती आठ में से सात रेसलमेनिया में उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई। उन्हें WWE हॉल ऑफ फेम में दो बार सम्मानित किया गया – 2005 में एकल और 2020 में nWo के सदस्य के रूप में।
-
प्रभाव: उन्होंने सिर्फ खिताब ही नहीं जीते, बल्कि पूरी पेशेवर कुश्ती की दुनिया को बदल दिया। उनकी लोकप्रियता (“हल्कमैनिया”) ने इस खेल को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनके जैसा दूसरा स्टार शायद ही कभी हुआ हो।
-
कीमत (समझौते और विवाद): किसी भी बड़े करियर की तरह, होगन के जीवन में भी उतार-चढ़ाव आए। कई बार उन्हें विवादों का सामना करना पड़ा। लेकिन उनके योगदान और फैन्स के दिलों में बसी उनकी छवि को ये कभी धूमिल नहीं कर पाई।

समापन:
हल्क होगन का जाना रेसलिंग जगत के लिए एक युग का अंत है। वह सिर्फ एक पहलवान नहीं थे, वह एक सांस्कृतिक परिघटना थे। उनका पीला-लाल कॉस्ट्यूम, उनका नारा, उनकी ‘लेग ड्रॉप’, और आंद्रे को उठाकर पटखनी देने वाला वह पल… ये सब उनकी अमर विरासत हैं। उन्होंने लाखों लोगों को प्रेरित किया, उनका मनोरंजन किया और रेसलिंग को वह ऊंचाई दी जहां आज वह खड़ी है। “ब्रदर” कहकर सबका दिल जीतने वाले इस महान सुपरस्टार को अंतिम सलाम। उनकी यादें हमेशा हमारे साथ रहेंगी।
Also read : चीन ने रचा इतिहास: दुनिया की सबसे तेज़ ट्रेन ने 620km/h की रफ़्तार पकड़ी!
TRP हफ्ता 28: ‘ये रिश्ता’ बना नंबर 1, TMKOC तीसरे स्थान पर
Ampere Nexus: रोज़मर्रा के लिए बना भरोसेमंद इलेक्ट्रिक स्कूटर