आकाश दीप: जीवन के हर आघात को पार कर कैसे बना भारत का नया फास्ट बॉलिंग हीरो?

एजबेस्टन का जादुई क्षण: बहन को समर्पित 10 विकेट
एजबेस्टन में गूंजती तालियों के बीच आकाश दीप की आँखों में आँसू थे। इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में 10 विकेट लेकर मैच जीतने के बाद उन्होंने कैमरे की ओर इशारा किया: “यह प्रदर्शन मेरी बहन के लिए है, जो दो साल से कैंसर से लड़ रही हैं।” यह वह क्षण था जब भारत का नया फास्ट बॉलिंग स्टार नहीं, बल्कि लोहे की इच्छाशक्ति वाला एक भाई सामने था। जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में मौका मिलते ही उस बिहारी लड़के ने पहली पारी में 4 और दूसरी में 6 विकेट लेकर इंग्लैंड की टीम को धूल चटा दी।
सासाराम से बर्मिंघम तक: एक असंभव सफर की शुरुआत
आकाश दीप की कहानी बिहार के सासाराम की गलियों से शुरू होती है। पिता चाहते थे कि बेटा सरकारी नौकरी करे। “लोग कहते थे – आकाश से दूर रहो, यह तुम्हें बिगाड़ देगा,” वे याद करते हैं। जब 23 साल की उम्र में पिता को लकवा मारा तो क्रिकेट छोड़ना पड़ा। लेकिन 2015 का वह काला साल सबसे दर्दनाक था – स्ट्रोक से पिता का निधन और महज दो महीने बाद भाई की अचानक मौत। तीन प्रियजनों को खोकर युवा आकाश पर परिवार की जिम्मेदारी आ गई।
दुर्गापुर में जन्मी नई उम्मीद: एक दोस्त और चाचा की दया
तीन साल के अंतराल के बाद आकाश ने ठाना: “क्रिकेट के बिना नहीं रह सकता।” बिहार क्रिकेट पर प्रतिबंध के कारण उन्होंने बंगाल का रुख किया। दुर्गापुर में एक दोस्त ने साथ रहने की जगह दी, जबकि एक चाचा ने हौसला बढ़ाया। टेनिस बॉल क्रिकेट खेलकर वे रोजी-रोटी कमाते। आर्थिक तंगी ऐसी कि एक छोटे से कमरे में भाई के साथ रहना पड़ा। लेकिन यहीं से 2019 में बंगाल के लिए फर्स्ट-क्लास डेब्यू का रास्ता खुला।
क्रिकेट में वापसी: चोट और संघर्षों को पार करते हुए
बंगाल टीम में जगह बनाना आसान नहीं था। एक बार कमर की गंभीर चोट ने करियर खत्म होने का खतरा पैदा कर दिया। लेकिन आकाश ने हार नहीं मानी। उनकी मेहनत रंग लाई – 39 प्रथम श्रेणी मैचों में 138 विकेट ने चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा। आईपीएल में RCB और लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेलकर उन्होंने 14 विकेट लिए। फरवरी 2024 में भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में डेब्यू करते ही पहली पारी में 3 विकेट झटके।
एजबेस्टन में इतिहास: बुमराह की छाया में चमकता सितारा
जुलाई 2025 में एजबेस्टन का मैच भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में हमेशा के लिए अंकित हो गया। बुमराह की जगह खेल रहे आकाश ने पहली पारी में 4 विकेट लेकर भारत को बढ़त दिलाई। लेकिन दूसरी पारी में उनका प्रदर्शन ऐतिहासिक था – 6 विकेट, जिनमें इंग्लैंड के सबसे खतरनाक बल्लेबाज शामिल। मैच जीतने के बाद फैंस ऑटोग्राफ के लिए उमड़ पड़े। कप्तान रोहित शर्मा ने गले लगाकर सराहा: “आज तुमने साबित कर दिया कि भारत की गेंदबाजी की गहराई अथाह है।”
बहन के लिए लड़ाई: कैंसर के खिलाफ प्रेरणा का साथ
जब सब उनकी सफलता पर जश्न मना रहे थे, आकाश ने एक दर्दनाक सच साझा किया। चेतेश्वर पुजारा से बात करते हुए वे भावुक हो गए: “हर गेंद फेंकते समय बहन की तस्वीर मेरे दिमाग में थी। डॉक्टरों ने दो महीने पहले कैंसर की पुष्टि की है।” उनकी बहन पिछले दो साल से इस बीमारी से लड़ रही हैं। आकाश ने कहा, “यह प्रदर्शन उन्हें समर्पित है। मैं बताना चाहता हूँ – बहन, हम सब तुम्हारे साथ हैं।”
विरासत और भविष्य: बिहार का लाल जो आसमान छू रहा है
आकाश दीप की यात्रा सिर्फ क्रिकेट नहीं, मानवीय संकल्प की जीत है। जिस लड़के को लोग “निकम्मा” कहते थे, आज वह भारतीय टीम का हीरो है। उनकी कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है जो पारिवारिक त्रासदियों या आर्थिक संकट से जूझ रहा है। जीवन ने उन्हें कई झटके दिए – पिता और भाई का साया उठा, बहन गंभीर बीमारी से लड़ रही हैं, गरीबी ने सपनों को कुचला। लेकिन उन्होंने साबित किया कि हौसले से भरी कोई लड़ाई हारी नहीं जाती।

क्रिकेट करियर के प्रमुख आँकड़े
प्रारूप | मैच | विकेट | सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन |
---|---|---|---|
प्रथम श्रेणी | 39 | 138 | 6/60 |
लिस्ट ए | 28 | 42 | 4/32 |
टी20 | 48 | 52 | 3/15 |
आईपीएल | 10 | 14 | 4/25 |